कौल सिंह ठाकुर ने बोला जवाबी हमला
मंडी: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को झटके पर झटके लग रहे है। अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के पोते और मंडी सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता के साथ सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसकी घोषणा आश्रय शर्मा ने शुक्रवार को मंडी जिला मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता में की। आश्रय शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भी भेज दिया है। इसके साथ ही आश्रय शर्मा ने प्रतिभा सिंह के साथ-साथ विक्रमादित्य सिंह और कौल सिंह ठाकुर पर जमकर निशाना साधा है।
आश्रय शर्मा ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, विक्रमादित्य सिंह वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर पर भी जोरदार जुबानी हमला बोला। इससे प्रदेश में वीरभद्र सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के बीच चर्चित राजनीतिक विवाद अब अगली पीढ़ी में स्थानांतरित होता नजर आ रहा है। आश्रय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनकर रह गई है।
आश्रय शर्मा ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि कौल सिंह ठाकुर द्वारा उनसे सवाल करने का राजनीतिक कद नहीं है। उनके पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम से जिन कारणों को लेकर मतभेद रहे होंगे उनके बारे में उन्हें ही पता होगा, लेकिन आश्रय शर्मा का विरोध केवल पंडित सुखराम का पोता होने के कारण कौल सिंह ठाकुर द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज तक किसी भी कांग्रेस नेता के खिलाफ ना ही कुछ बोला है और न ही कार्य किया है।
आश्रय शर्मा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सराहना कहा कि प्रदेश में पहले भी सरकारें रही हैं, लेकिन बीते 5 वर्षों के कार्यकाल में जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यमंत्री ईमानदारी से कार्य किया है। उन्होंने कहा कि, मंडी जिले को मुख्यमंत्री के तौर पर दी गई महालक्ष्मी की कुर्सी को बचा कर रखना है। इसके साथ विधानसभा चुनावों में मिलकर कार्य किया जाएगा और जिला मंडी की 10 विधानसभा क्षेत्रों में बराबर विकास किया जाएगा। बता दें कि इससे पूर्व मंडी सदर विधायक अनिल शर्मा ने 3 वर्षों तक भाजपा से दूरियां बनाने के बाद विधानसभा चुनावों से ठीक पहले मंडी में सीएम जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप की मौजूदगी में परिवार सहित पार्टी में वापसी करने की घोषणा की थी। इससे कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे आश्रय शर्मा जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बेशक आश्रय शर्मा द्वारा कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया गया है, हालांकि अभी उन्होंने भाजपा में शामिल होने की घोषणा नहीं की गई है।
हिमाचल कांग्रेस के नेताओं को खूब खरी-खरी सुनाई :- आश्रय ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से लेकर विक्रमादित्य सिंह और पार्टी आलाकमान तक पर निशाना साधा, लेकिन सबसे ज्यादा उनके निशाने पर पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर रहे। मंडी में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कौल सिंह ठाकुर को वरिष्ठ नेता बताते हुए उन्हें आदरणीय बताया और कहा कि मैं कौल सिंह ठाकुर के पैरों की धूल भी नहीं। आश्रय ने कहा कि मैंने कभी किसी कांग्रेसी के खिलाफ कुछ नहीं बोला लेकिन मेरा हमेशा विरोध होता रहा क्योंकि मैं पंडित सुखराम का पोता हूं। आश्रय शर्मा के मुताबिक कौल सिंह ठाकुर ने उनके लि कहा था कि जो अपने बाप का नहीं हो सका वो किसी और का क्या होगा। इस पर आश्रय ने कहा कि ” ठाकुर साहब मेरा नाम चंपा ठाकुर नहीं है, मेरा नाम आश्रय शर्मा है. मैं अपने पिता के लिए कुछ भी कर सकता हूं”. गौरतलब है कि चंपा ठाकुर कौल सिंह ठाकुर की बेटी हैं।
कौल सिंह ठाकुर ने आश्रय शर्मा पर बोला हमला
उधर आश्रय शर्मा के कांग्रेस पार्टी में से इस्तीफे के बाद कौल सिंह ठाकुर ने आश्रय शर्मा पर हमला साधा है. एक ही पार्टी में रहकर भी आश्रय शर्मा के धुर विरोधी रहे कौल सिंह ने पंडित सुखराम के परिवार को आया राम गया राम बताया है
उन्होंने कहा कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह पंडित सुखराम के परिवार को आया राम गया राम की संज्ञा दिया करते थे और आज और संज्ञा सच हो गई है. कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि आश्रय शर्मा के पार्टी छोड़कर जाने से कांग्रेस को कोई असर नहीं पड़ेगा. साथ ही उन्होंने आश्रय को चुनौती दी कि यदि आश्रय शर्मा चाहें तो, द्रंग विधानसभा क्षेत्र से कौल सिंह ठाकुर के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि आश्रय शर्मा के पिता अनिल शर्मा पहले नवरात्रि में कांग्रेस पार्टी में शामिल होना चाहते थे और उन्हें कांग्रेस से टिकट देने को लेकर भी चर्चा चल रही थी, लेकिन फिर अचानक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित मंडी दौरे से पहले उन्होंने भाजपा में रहने का ही फैसला किया। कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि वे नहीं जानते कि आखिर किस दबाव में अनिल शर्मा ने यह फैसला लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने आश्रय शर्मा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आश्रय के पार्टी के बाहर जाने के बाद रत्ती भर का भी फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में आश्रय शर्मा सबसे ज्यादा मतों के अंतर से हारने वाले प्रत्याशी थे. कौल सिंह ठाकुर ने आश्रय शर्मा को अनुभवहीन करार दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने लगातार पार्टी कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में नेताओं के जाने को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि अब तक जो भी नेता कांग्रेस छोड़ भाजपा में जा रहे हैं, उनमें ज्यादातर मूल रूप से भाजपा के ही रहे हैं और केवल डेपुटेशन पर ही कांग्रेस में आए थे। उन्होंने कहा कि लखविंदर सिंह राणा और पवन काजल का बैकग्राउंड भाजपा से ही जुड़ा रहा है।
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