शिमला : हिमाचल प्रदेश में नो वर्क, नो पे वापिस लौट आया है। सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल का अब सरकार ने कड़ा संज्ञान लिया है। अपनी मांगों को मनवाने के लिए कर्मचारी चुनावों को करीब देख व सरकार पर दबाव बनाने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं। एनपीए कर्मचारियों ने विधानसभा तक मंडी से पैदल मार्च निकाल रखा है। वह पुरानी पेंशन की मांग कर रहे हैं। डॉक्टरों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सभी कर्मचारी वेतन विसंगतियों को लेकर आंदोलन की धमकी दे रहे हैं। आउटसोर्स कर्मचारी भी सरकार पर दबाव बनाते हुए स्थायी नीति की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों को लगता है कि चुनावी साल में उनकी मांगे पूरी हो सकती है। इसे देखते हुए सरकार ने ये आदेश जारी किए हैं । इस के तहत यदि कोई कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो उस दिन का वेतन सरकार जारी नहीं करेगी। इसके लिए कैजुअल लिव व अन्य अवकाश भी मान्य नहीं होंगे।












