शिमला: भारत सरकार के माननीय विद्युत मंत्री, श्री मनोहर लाल तथा नेपाल के ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का ने नेपाल में निर्माणाधीन 900 मेगावाट अरुण-3 जलविद्युत परियोजना का दौरा किया। यह परियोजना एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन अरुण-3 पावर डेवलपमेंट कंपनी (एसएपीडीसी) द्वारा कार्यान्वित की जा रही है।
आर. के. चौधरी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन (अतिरिक्त प्रभार) ने काठमांडू हवाई अड्डे पर माननीय विद्युत मंत्री का स्वागत किया तथा प्रतिनिधिमंडल के साथ परियोजना स्थल का दौरा किया। नेपाल में भारत के महामहिम राजदूत, नवीन श्रीवास्तव; नेपाल सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के सचिव, सुरेश आचार्य; भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अवर सचिव, आकाश त्रिपाठी; नेपाल के निवेश बोर्ड के सीईओ, सुशील ग्यावली तथा भारत एवं नेपाल की दोनों सरकारों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी परियोजना स्थल का दौरा किया।
दौरे के दौरान, मंत्रियों ने टर्बाइन असेंबली कार्यों सहित विद्युत गृह का निरीक्षण किया। एसएपीडीसी के सीईओ प्रशांत शर्मा ने प्रतिनिधिमंडल को विद्युत गृह निर्माण की प्रगति के संबंध में जानकारी प्रदान की। मंत्रियों ने संकार्यों की गति एवं गुणवत्ता की सराहना की तथा परियोजना टीमों को समय पर कार्य संपन्न करने के लिए गति बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके पश्चात, दोनों मंत्रियों ने संयुक्त रूप से यूनिट#2 के इलेक्ट्रो-मैकेनिकल कार्यों के आरंभ का उद्घाटन किया।
प्रतिनिधिमंडल ने बांध स्थल का भी दौरा किया, जहां पर उन्होंने निर्माण गतिविधियों की समीक्षा की और एडिट 1 के माध्यम से हेड रेस टनल (एचआरटी) का निरीक्षण किया। 11.7 किलोमीटर लंबी एचआरटी की खुदाई जून 2024 में पूर्ण की गई तथा नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने इसकी सराहना की। वर्तमान में सुरंग की बेंचिंग और लाइनिंग का कार्य चल रहा है और आगामी महीनों में इसके पूर्ण होने की संभावना है।
मंत्रियों ने चल रहे एचआरटी कार्यों पर संतोष व्यक्त किया तथा निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने के लिए एसएपीडीसी कर्मचारियों से बांध निर्माण के प्रयासों में तीव्रता लाने का आग्रह किया।