:
छोटा शिमला पुलिस ने की तुरंत कार्यवाही। शिमला और प्रदेश में अवैध घुसपैठ और गलत प्रोटेक्शन के विरुद्ध आंदोलन को देखते हुए है संगीन मामल
शिमला : पिछले कल 22 सितंबर, को छोटा शिमला सचिवालय के नीचे फ्लावर डेल के रास्ते स्थित चार मंजिला मारलब्रो हाउस की बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर की पिछली एंट्रेंस के गेट के ताले तोड़ कर दो अवांछित लोगों ने अपने ताले लगाकर घुसपैठ करने का प्रयास किया। जब ग्राउंड फ्लोर के मालिक ने उन्हें खुदाई करते देखा तो उनको तुरंत वहां से चले जाने को कहा। जब पूछताछ की तो इन दो लोगों ने अपने को मजदूर बताया और कहा कि किसी चौहान ने उनको ऐसा करने को कहा। उन्होंने यह भी बताया कि वे सराहनपुर के रहने वाले हैं और करोना के बाद अब शिमला आए हैं। वे और कोई पहचान अपनी नहीं बता पाए। जब वे मालिक से बहस करते रहे तो शिकायत छोटा शिमला पुलिस से फोन पर और व्हाट्सएप से की गई जिसपर पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करके बेसमेंट से इनको निकाल दिया।
मारलब्रो हाउस का ग्राउंड फ्लोर मशहूर लेखक एस आर हरनोट ने वर्ष 2018 में खरीदा था जिसकी स्थिति बेसमेंट सहित बहुत खराब थी। बेसमेंट में रात को कुछ अवांछित तत्व वहां घुस कर शराब और नशा करके हुडदंग मचाते थे और अवैध तरीके से खुदाई करते थे। हरनोट ने उस समय छोटा शिमला पुलिस और आयुक्त नगर निगम को इसकी शिकायत की और तुरंत एक्शन लिया गया। पुलिस और नगर निगम ने उन्हें बेसमेंट को प्रोटेक्ट करने की सलाह दी जिसके बाद बारीक जाली से इसे बाहर से बंद कर दिया। गौरतलब है कि यह बेसमेंट वर्ष 2015 से पूर्व से ही खुली थी जिसमें नशेड़ियों और कुत्तों का राज था।
पुलिस के जाने के बाद शाम के समय एस आर हरनोट को किसी कौशल का धमकी के अंदाज में फोन आया जिसने बताया कि वह सरकार से बड़ा अधिकारी सेवानिवृत है और कई कमेटियों का मेंबर है। साथ बड़ा बिल्डर भी है। युक्त ग्राउंड फ्लोर उसने पूर्व मालिक गुप्ता जी को बेचा था जिनसे इसे हरनोट ने खरीदा। इस व्यक्ति ने इस बेसमेंट के बारे में कहा कि उसके पास उसकी registry है। हरनोट ने आश्चर्य से कहा कि यह बिलकुल नई बात है की शिमला में बेसमेंट की रजिस्ट्री भी किसी के नाम होती है….?
इस घर में हरनोट ने बहुत सुंदर और बड़ी लाइब्रेरी बनाई है। जिस तरह की अवैध घुसपैठ के खिलाफ पूरे हिमाचल में बवाल मचा है उसके दृष्टिगत इस तरह का यह बहुत संगीन मामला है। हरनोट ने अपनी शिकायत की प्रतियां एसपी शिमला और आयुक्त नगर निगम को भी सूचनार्थ दी है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि बाहर से आने वाले इन बिना पहचान के अवांछित तत्वों को शिमला और हिमाचल में शह और प्रोटेक्शन कौन रसूखदार लोग दे रहे हैं जो कहीं भी जाकर ताले तोड़कर कब्जा कर रहे है। हरनोट ने डरी हुई आवाज में मीडिया को बताया कि इस घटना से उनका परिवार सकते में हैं। पुलिस प्रशासन को इस मामले की तह तक जाना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाही। जिन लोगों ने ताले तोड़, और किस की शह पर यह वारदात अंजाम दी गई उसके खिलाफ भी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।