विक्रमादित्य ने इस्तीफा क्यों दिया ? ये सत्ता की ललक या कुछ और जानना चाहती है जनता
शिमला: मंडी कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य पिछले दिनों जिस सरकार के आज गुणगान गा रहे हैं, उनकी कार्यशैली से नाराज होकर एक समय में इस्तीफा दे दिया था. लेकिन, बाद में आज उसी सरकार के साथ कदम से कदम मिला कर चलने का दिखावा कर रहे हैं. भाजपा प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा कि या तो मंत्री जी को सत्ता की इतनी ललक है कि जिस तरह को पलड़ा भारी होता है उस तरफ अपने कदम बढ़ा देते है। उनका व्यवहार बिन पेंदे के लोटे के समान है, जो कभी इधर तो कभी उधर डोलते नजर आते हैं. उन्होंने विक्रमादित्य सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो अपने पिताजी को उनका सम्मान अपनी ही सरकार में नहीं दिला पाए, वो मंडी का अधिकार किस तरह दिला पाने में सक्षम होंगे? इस बारे में मंडी कि जनता परेशान है।
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा प्रदेश की सरकार व कांग्रेस संगठन में समन्वय की कमी है। मुख्यमंत्री हर जनसभा में यह प्रचार कहते जा रहे हैं कि केंद्र से कोई सहायता हिमाचल प्रदेश को नहीं मिली है, लेकिन विक्रमादित्य सिंह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से 3000 करोड़ से अधिक की राशि सिर्फ और सिर्फ सड़कों को मिलने की बात स्वीकार अपने सोशल मीडिया अकाउंट से की है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि क्या सरकार झूठ बोल रही है।भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि आपदा के समय में केंद्र से भरपूर सहायता प्रदेश को मिली है, लेकिन कांगेस हमेशा इससे झूठ बोलकर इनकार करती रही।
हिमाचल बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा कि पहले विक्रमादित्य सिंह ने अपने पिता के अपमान की बात की वे अपने पिता की प्रतिमा स्थापित करने के लिए दो गज जमीन उपलब्ध नहीं करवा सके।उनकी मां और मंडी संसदीय क्षेत्र से मौजूदा सांसद कहती है कि सांसद निधि देकर चुनाव नहीं जीते जाते।अब विक्रमादित्य सिंह कह रहे हैं कि वह मंडी के समस्याओं का समाधान करेंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि जो शख्स अपने पिता के लिए दो गज जमीन उपलब्ध नहीं करवा सका, वह आखिर मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता के मुद्दे कैसे उठाएगी। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस्तीफा क्यों दिया था?
राकेश जमवाल ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को राजनीति विरासत में मिली है।यह उनकी मेहनत नहीं है, जबकि कंगना रनौत ने आम परिवार से उठकर देश दुनिया में अपने नाम बनाया। ऐसे में कांग्रेस को ही यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्हें कंगना रनौत की उम्मीदवारी से क्या परेशानी है। राकेश जमवाल ने कहा कि आम जनता कांग्रेस सरकार से बुरी तरह परेशान है. उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी चारों लोकसभा सीट के साथ सभी छह विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में भी जीत हासिल करेगी।राकेश जमवाल ने कहा कि कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है और इसी वजह से कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी भी नहीं मिल रहे हैं।राकेश जमवाल ने कहा कि कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं. इसका उदाहरण आज हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तजिंदर पाल बिट्टू के इस्तीफे के तौर पर सभी के सामने है।