शिमला: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने एसजेवीएन द्वारा हिमाचल प्रदेश के स्कूली छात्रों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता की। नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन के निदेशक (कार्मिक), गीता कपूर और वरिष्ठ अधिकारियों सहित एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय, शिमला पहुंचने पर राज्यपाल का गर्मजोशी से अभिनन्दन किया।
नन्द लाल शर्मा ने अपने स्वागत भाषण के दौरान अवगत करवाया कि ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय जागरूकता अभियान के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश के लिए नोडल एजेंसी के रूप में एसजेवीएन ने इस अभियान की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए विदयुत मंत्रालय, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, राज्य सरकार, राज्य शिक्षा विभाग और अन्य संस्थाओं के साथ प्रभावी ढंग से साझेदारी की है ।वर्ष 2005 से अब तक 20 लाख से अधिक छात्रों ने स्कूल स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता (प्रथम चरण) में भाग लिया है।एसजेवीएन द्वारा इस वर्ष आयोजित स्कूल स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों के 2,852 स्कूलों के 1,57,500 छात्रों ने भाग लिया। इस उत्कृष्ट भागीदारी को सराहते हुए, एसजेवीएन ने इस वर्ष राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता (दूसरे चरण) में 10 अतिरिक्त प्रोत्साहन पुरस्कार रखे हैं।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने क्रमशः ग्रुप ए (कक्षा 5वीं, 6वीं और 7वीं) और ग्रुप बी (कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं) के लिए 50,000/- रुपए, 30,000/- रुपए एवं 20,000/- रुपए के प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने प्रत्येक श्रेणी के लिए 7,500/- रुपए के 10 प्रोत्साहन पुरस्कार और 5,000/- रुपए के 10 अतिरिक्त प्रोत्साहन पुरस्कार भी प्रदान किए। उन्होंने ऊर्जा संरक्षण के लिए जागरूकता को बढ़ावा देने में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और एसजेवीएन के सामूहिक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने छात्रों को उनकी उत्कृष्ट कलात्मक प्रतिभा और उनके चित्रों में विषय की शानदार अभिव्यक्ति के लिए बधाई दी। ऊर्जा संरक्षण के उद्देश्य को आगे बढ़ाने में उनके योगदान के लिए सराहना के प्रतीक के रूप में सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह और 2000/- रुपए की भागीदारी राशि दी गई।
प्रतियोगिता के तीसरे और अंतिम चरण में, राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता की दोनों श्रेणियों के शीर्ष तीन विजेता राष्ट्रीय स्तर की पेंटिंग प्रतियोगिता के लिए चयनित हुए हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए प्रथम पुरस्कार दोनों श्रेणियों के लिए 1,00,000 रुपए है, जबकि प्रत्येक श्रेणी के लिए दवितीय और तृतीय पुरस्कार क्रमशः 50,000 रुपए और 30,000 रुपए है। इसके अतिरिक्त, दोनों समूहों के लिए 15,000 रुपए के दस प्रोत्साहन पुरस्कार भी होंगे। प्रतियोगिता का आयोजन भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) के तत्वावधान में किया जाता है ।
कार्यक्रम के दौरान, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल, शिव प्रताप शुक्ल ने तीन नई मोबाइल मेडिकल यूनिटों (एमएमयू) को भी हरी झंडी दिखाई। एमएमयू एक मोबाइल हेल्थ वैन है जो एक डॉक्टर, फार्मासिस्ट और संबद्ध कर्मचारियों से युक्त एक योग्य चिकित्सा टीम द्वारा संचालित होती है। यह बुनियादी नैदानिक परीक्षण उपकरणों से भी सुसज्जित है और इसके द्वारा निःशुल्क चिकित्सा परामर्श एवं दवाएं प्रदान की जाती हैं। एसजेवीएन के कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल ‘सतलुज संजीवनी सेवा’ के हिस्से के रूप में, ये एमएमयू मैसर्स पिरमल स्वास्थ्य के माध्यम से हिमाचल प्रदेश में लूहरी स्टेज-1 जल विदयुत, उत्तर प्रदेश में परासन और गुराह सौर परियोजनाओं और गुजरात में साडला विंड स्टेशन और बगोदरा सौर परियोजना के क्षेत्रों से संबंधित लोगों को चिकित्सा सेवाएं घर द्वार पर उपलब्घ करवाएगी।
एसजेवीएन ने वर्ष 2012 में एमएमयू के माध्यम से नि:शुल्क डोरस्टेप चिकित्सा देखभाल प्रारंभ की है और वर्तमान में, 13 एमएमयू हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और महाराष्ट्र में विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत हैं। इस स्वास्थ्य कार्यक्रम से अब तक 12 लाख से अधिक मरीज लाभान्वित हो चुके हैं।