शिमला: नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने दृष्टि पहल के अंतर्गतशिमला के कुफरी में आयोजित कॉन्कीलेव-।।। का उद्घाटन किया। नन्द लाल शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व में दृष्टि कार्यक्रम और कॉन्कलेव वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट की कंपनी बनने के साझा विजन को सभी कर्मचारियों तक पहुंचाने एवं इस विजन को हासिल करने के उनके प्रयासों को सुदृढ़ करने के लिए संरचित की गई है।
नन्द लाल शर्मा ने कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि दृष्टि को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि प्रत्येक एसजेवीनाइट अपने कार्यों एवं विचारों में निगम के साझा विजन को हासिल करने की भावना को आत्मसात कर सके।इससे वर्ष 2030 तक 25000 तथा वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट कंपनी बनने के विजन को हासिल करने में एसजेवीनाइट्स के प्रयासों में सामंजस्य लाने में सहायता मिलेगी।कार्यक्रम का उद्देश्य कंपनी को सफलता के आगामी क्षेत्र में ले जाने हेतु भविष्य की चुनौतियों एवं अवसरों के लिए जनशक्ति को प्रेरित करना भी है।
नन्द् लाल शर्मा ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम दक्षता निर्माण के मंच के रूप में कार्य करते हैं, जहां कर्मचारी पारस्परिक रूप से विचार-विमर्श करते हैं, नई चुनौतियों और अवसरों का आकलन करते हैं और उनका समाधान करने में सक्षम होते हैं, जिनका सामना साझा विजन को प्राप्त करने में हो सकता है।उन्होंने आगे कहा कि यह जागरूकता उन्हें अपनी दक्षताओं के स्तर को बढ़ाने और उनके मध्यम टीम भावना को बढ़ावा देने में सहायता करती है।
शर्मा ने आगे कहा कि दृष्टि के अंतर्गत ऐसे कार्यक्रम और कॉन्कवलेव हमारे साझा विजन को हासिल करने के लिए सीखने और नव-विचारों को लाने के लिए सही संयोजन हैं। इस पहल के तहत 29 प्रशिक्षण कार्यक्रम पहले ही आयोजित किए जा चुके हैं, जबकि यह श्रृंखला में तीसरा कॉन्क्लेव है।
शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन आगामीसुदृढ़ता एवं मजबूत इरादोंतथा एसजेवीनाइट्स की प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में एसजेवीएन के पास 46879 मेगावाट का विविध पोर्टफोलियो है तथा वर्तमान में 75 परियोजनाओं को विकसित कर रहा है।
कॉन्क्लेव के दौरान हर्षवर्धन जैन द्वारा प्रतिनिधियों के लिए एक प्रेरणा सत्र भी आयोजित किया गया, जिन्होंने उन्हें टीम एसजेवीएन के प्रयासों के साथ कड़ी मेहनत करने एवं हर किसी के भीतर क्षमता का दोहन करने के लिए प्रेरित किया, जिसकी कोई सीमा नहीं है। श्री हर्षवर्धन जैन को भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रेरक वक्ताओं में से एक माना जाता है। उन्होंने अपने ज्ञान,संभाषणों, कार्यशालाओं, प्रेरक सेमिनारों से लाखों लोगों को प्रेरित किया है
इस अवसर पर गीता कपूर, निदेशक (कार्मिक), ए.के. सिंह, निदेशक (वित्त), सुशील शर्मा, निदेशक (विद्युत) और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।